विदिशा जिले के 20 गांवों में स्कूल भवन ही नहीं, बारिश हो या गर्मी खुले आसमान के नीचे लगती हैं कक्षाएं
विदिशा/लटेरी //देश की आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी आज भी कई गांवों में स्कूल खुले में लगते हैं, चाहे बारिश हो या गर्मी. विदिशा जिले के लटेरी क्षेत्र में 20 से ज्यादा गांव ऐसे हैं, जहां स्कूल भवन नहीं हैं. देखिए ये ग्राउंड रिपोर्ट...
पेड़ के नीचे या खुले में लगते हैं स्कूल
लटेरी की ग्राम कंचनपुर की प्राथमिक शाला दहलान में संचालित की जाती है जहां दो महिला शिक्षक तैनात हैं, जबकि स्कूल में कुल 14 बच्चे दर्ज हैं. इसी तरह ग्राम मोरी की प्राथमिक शाला में 19 बच्चे दर्ज हैं. जहां दो शिक्षकों को पदस्थ किया गया है. शाला मंदिर परिसर में लगे पेड़ के नीचे संचालित की जाती है. इसी तरह लटेरी के मदनपुर में खपरैल वाले एक कमरे में शाला संचालित की जाती है. वहीं वास्तु में ग्रामीण की प्रधानमंत्री आवास में शाला संचालित की जाती है. इसी तरह शहर खेड़ा संकुल के सपेरा टपरा में पेड़ के नीचे चबूतरे पर शाला संचालित की जाती है. इस मामले को लेकर जिम्मेदारों के अपने तर्क व बहाने हैं.