डीएम ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण , युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य के दिए निर्देश
बाढ़ राहत एवं बचाव के दृष्टिगत डीएम श्री पवन अग्रवाल द्वारा बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण किया गया।
इस दौरान उन्होंने हरिहरगंज ललिया मार्ग पर लौकहवा डीप का जायजा लिया। लौकहवा डीप पर राप्ती नदी के पानी के तेज बहाव के कारण आवागमन बंद है । डीएम के निर्देश पर सुरक्षा की दृष्टिगत पुलिस बल की ड्यूटी डीप पर लगा दी गई है एवं आसपास के ग्रामों के लोगों के आवागमन हेतु बड़ी नाव उपलब्ध करा दी गई है ।
इस दौरान डीएम ने अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी एवं सेतु निगम को राप्ती नदी के जलस्तर बढ़ने पर आवागमन बाधित न हो इसके स्थाई समाधान के लिए प्रस्तावित सेतु के निर्माण को विशेष प्राथमिकता पर लेते हुए पानी उतरने के पश्चात शीघ्र कार्य प्रारंभ कराए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने लौकहवा डीप एवं अन्य डीप पर जहा पानी का तेज बहाव हैं , रात्रि के समय भी पुलिस बल की तनाती किए जाने तथा राप्ती नदी के किनारे सभी ग्रामों में बड़ी नाव की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया। बाढ़ के पानी से घिरे प्रभावित ग्रामों में युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य किए जाने का निर्देश दिया।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिले इसके लिए डीएम श्री पवन अग्रवाल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुर का औचक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान उन्होंने औषधि कक्ष , एक्स रे कक्ष , ओपीडी , लेबर रूम, जनरल वार्ड, क्षय रोग नियंत्रण कक्ष ऑपरेशन थिएटर आदि का जायजा लिया ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शौचालय की साफ सफाई एवं परिसर में साफ सफाई गुणवत्तापूर्ण नहीं मिली, जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कड़े निर्देश दिया कि शौचालय में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए, दिन में कम से कम तीन बार शौचालय की साफ सफाई की जाए।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारी के उपस्थित नहीं मिले , बताया गया कि वह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गए हैं।
डीएम ने कड़े निर्देश दिए की बाढ़ के दृष्टिगत सभी चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ चिकित्सालय में उपस्थित रहेंगे एवं जनमानस को बेहतर साफ सुविधा उपलब्ध कराएंगे।
उन्होंने औषधि कक्ष पर दावाओ की लिस्ट चस्पा किए जाने , अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए बैठने एवं स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने , पैरामेडिकल स्टाफ की रोस्टर वाइस ड्यूटी वार्ड के बाहर चस्पा किए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने जनरल वार्ड में कोई भी मरीज भर्ती न होने पर नाराजगी व्यक्त की , उन्होंने कहा कि इससे प्रतीत होता है कि रात्रि में चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ चिकित्सालय में नहीं रह रहे हैं । उन्होंने कडें निर्देश दिए की रात्रि के समय जिनकी ड्यूटी लगी है वह चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ चिकित्सालय में ही रुके। बाढ़ के समय स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
इस दौरान डीएम ने अस्पताल में आए मरीज से वार्ता की तथा उनका बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर संचालित स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार प्रसार हेतु बैनर लगाए जाने का निर्देश दिया।
इसके उपरांत उन्होंने खंड विकास कार्यालय का निरीक्षण किया एवं विभिन्न पटल का जायजा लेते हुए उपस्थिति पंजिका देखी।
अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए की बाढ़ के समय राहत एवं बचाव कार्य में विकासखंड कार्यालय की अहम भूमिका होती है, सभी कर्मचारी समय से कार्यालय में उपस्थित रहे एवं अपने दायित्वों का निर्वहन करे करें।
इस दौरान उन्होंने खंड विकास कार्यालय में आए जनमानस से वार्ता की एवं उनकी समस्या को सुना। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए की विकासखंड में आने वाले जनमानस की छोटी-छोटी शिकायतों / समस्याओं को सुनते हुए उनका प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करें।
खंड विकास कार्यालय परिसर में लगे इंटरलॉकिंग का कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं पाया गया , उन्होंने इसमें सुधारात्मक कार्यवाही किए जाने का निर्देश दिया।
इस दौरान एसडीएम राजेंद्र बहादुर उपस्थित रहे।