अपने स्वार्थ का केंद्र है ,तपोवन भूमि आश्रम तालाब मंदिर ।

अपने स्वार्थ का केंद्र है ,तपोवन भूमि आश्रम तालाब मंदिर ।

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कहने को सब धर्म के नाम पर मर मिटने को तैयार रहते हैं, जब हमारे धर्म के बीच में कोई दूसरा आ जाए ,लेकिन जब कोई हमारा ही अपना अडंगा डाले उसका क्या किया जाए।
मंदिर निर्माण में अगर किसी अन्य धर्म के व्यक्ति ने अडंगा लगाया होता तो आज इस मंदिर का मुद्दा , मीडिया एवं राजनीतिक गलियारों में खूब सुर्खियां बटोरता। लेकिन मजबूरी ऐसी की मंदिर निर्माण कराने वाले भी हिंदू धर्म के, और रोक लगाने वाले भी हिंदू धर्म के।आखिर नगर वासी कब तक इंतजार करेंगे ।
लटेरी।जब अयोध्या में प्रभु श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तो हमारा पूरा देश राममय हो गया था, एक ओर हम है की हमारी नगरी में  हमारी आस्था के केंद्र, प्रभु श्री राम जी के चरण सेवक श्री हनुमान जी का मंदिर राजनीति के दांव पेंच में फसा हुआ है ।

-अपने अपने वर्चस्व को कायम रखने की राजनीति में उलझा हुआ है तालाब मंदिर निर्माण। 

जी हां, हम बात कर रहे हैं तपोवन भूमि आश्रम तालाब श्री हनुमान मंदिर की,इस मंदिर का निर्माण समस्त बस्ती के सहयोग से आज से आठ दस माह पहले शुरू हुआ था । समस्त लटेरी के नगर वासियों ने मंदिर निर्माण में दिल खोलकर दान दिया था,ओर मंदिर का निर्माण छत स्तर तक हो भी गया है,लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ की मंदिर निर्माण ठप्प हो गया, छै महीना  से मंदिर निर्माण बंद पड़ा हुआ है, समस्त नगर वासी जानना चाहते हैं कि हमारे आराध्य का मंदिर निर्माण आखिर क्यों रुका हुआ है, आखिर काम रुक बाने या अडंगा लगाने में किसका फायदा होने बाला है,या फिर हमेशा बस्ती के लोगो की आस्था से खिलवाड़ होता रहेगा । आखिर किस कारण से रुका मंदिर निर्माण, इसका कारण भी खुलकर नगर वासियों के सामने होना चाहिए या किसी व्यक्ति विशेष के कारण ऐसा हुआ है ।यह मंदिर किसी एक का अधिपत्य नहीं है इसके निर्माण में पूरी बस्ती का योगदान है किसी एक को खुश रखने के लिए इस मंदिर का निर्माण नही रुकना चाहिए । कैसे भी हो मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होना चाहिए और भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए बस्ती के लोगो की तो यही मंशा है ।लेकिन किसी एक की मंशा पूरी नही हो पा रही शायद इसी लिए मंदिर के निर्माण कार्य में अडंगा लगा दिया गया है ।
-राम काज किन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम।।
सूत्र बताते है कि मंदिर निर्माण समिति दो धड़ों में बट गई है,समिति के सदस्य मंदिर निर्माण के साथ साथ ट्रस्ट का गठन भी करना चाहते हैं,पर मंदिर पुजारी  ट्रस्ट बनाने के लिए राजी नही है,लेकिन नगर वासियों को इन सब बातों को छोड़ कर, सभी वरिष्ठ जनों को, सभी पार्टियों के नेताओं को दल गत राजनीति से उपर  उठकर सभी सनातन संस्कृति के प्रेमियों को अपने आपसी मतभेद भुला कर मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ करना चाहिए ,जिससे हमारी लटेरी को नई पहचान मिल सके ।
                    इनका कहना है 
समिति द्वारा मंदिर निर्माण के साथ साथ ट्रस्ट का भी गठन किया गया था,ट्रस्ट गठन पर एसडीएम कोर्ट में पुजारी द्वारा आपत्ति लगाई गई है, इस कारण मंदिर निर्माण कार्य रुका हुआ है।
बब्लू रघुवंशी अध्यक्ष 
मंदिर निर्माण समिति

मैंने मंदिर निर्माण पर रोक नहीं लगाई है, हां ट्रस्ट गठन पर जरूर रोक लगाई है ,रामजी, ट्रस्ट तो नही बनने देंगे और इस समिति को तो हम पहले ही भंग कर चुके हैं, नई समिति का गठनकर कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
अशोक त्यागी 
मंदिर पुजारी
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