आखिरकार कुंभकरण जैसी नींद से जाग ही गया वन विभाग

आखिरकार कुंभकरण जैसी नींद से जाग ही गया वन विभाग

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विदिशा/लटेरी //लटेरी। आखिरकार वन विभाग ने अपने ढुल मुल रवैया से बाहर निकल कर आज एक बड़ी कार्य वाही को अंजाम दिया है।लगातार खबरें प्रकाशित होने के बाद वन विभाग एक्शन में आया है। लटेरी क्षेत्र में लगातार वनों को काट कर खेतों में तब्दील किया जा रहा है। इसकी सूचनाएं  लगातार वन विभाग को मिल रही थी। इसी सूचना के आधार पर रेंजर मुकेश केन द्वारा एक्शन लेकर तत्काल टीम का गठन किया गया। टीम  द्वारा कोलुआ पठार के जंगल में सर्चिंग की गई,सर्चिंग के दौरान एक ट्रैक्टर ब्लेड पिलाऊ लगा हुआ पाया गया,पूछ ताछ के दौरान ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर को लेकर भाग निकला। इसकी सूचना वन विभाग द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। वरिष्ठ अधिकारियों से मार्ग दर्शन लेकर ट्रैक्टर का पीछा किया गया।ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर को तेजी से चलाता हुआ महावन के जंगल से निकाल कर लटेरी होते हुए मुरवास की तरफ भाग निकला,इसकी सूचना वन विभाग द्वारा मुरवास थाने को दी गई, मुरवास पुलिस द्वारा वेरिकेट लगाकर घेरा बंदी की गई,लेकिन ट्रैक्टर चालक अपनी हुशियारी से मदन खेड़ी चौराहा से काछी खेड़ा की ओर भाग निकला ,इसकी सूचना वन विभाग द्वारा आनंद पुर थाने को दी गई ,वन विभाग एवं आनन्द पुर पुलिस के सहयोग से ट्रेक्टर को पगरानी के रास्ते पर अपने कब्जे में लिया गया।

 दक्षिण रेंज लटेरी ने भी की एक बड़ी कार्य वाही ।
आज लटेरी की दोनो रेंजो में कार्य वाही करने की होड़ सी देखने को मिली,जहां एक ओर उत्तर रेंज द्वारा एक ट्रैक्टर एवं एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया वहीं दक्षिण रेंज द्वारा लकड़ी से भरी हुई बुलेरो एवं दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

सांसे हो रही कम,आओ मिलकर पेड़ लगाएं हम।।

  अगर हम एक दिन के लिए भी धरती से पौधों को  हटा दें तो मनुष्य का जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा। इसके अलावा वे धरती पर पानी और ताजा ऑक्सीजन का स्रोत हैं। पेड़ों को काटने का मतलब है धरती पर जीवन को नष्ट करना।वृक्षों का हमारे जीवन में कितना महत्व है यह तो हम सब कोरोना काल में समझ चुके हैं। फिर भी हम जानकर अनजान बन रहे हैं, हमारी आंखों के सामने वन संपदा का दोहन किया जा रहा है। हम सारा दोषारोपण वन विभाग के ऊपर करके अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते, जीवन जीने के लिए जितना अन्न जरूरी है उससे ज्यादा जीवन के लिए वृक्ष जरूरी है, इसलिए हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि,आने वाले भविष्य को खुशहाल बनाने के लिए इन भोले भाले पौधों की कटाई को रोकें।अभी तो आपने 45 डिग्री तापमान झेला है,अगर वृक्ष न रहे तो यह 60 से 70 डिग्री तक भी जा सकता है।

कार्यवाही में इनकी रही सराहनीय भूमिका।।

मुकेश कैन रेंजर उत्तर वन परिक्षेत्र राजेंद्र सहरिया रेंजर दक्षिण वन परिक्षेत्र, मनोज मिश्र,उधम सिंह, लाखन मीणा, कुलदीप श्रीवास्तव,नागेंद्र भदोरिया, दीपकभार्गव ,गजराज सिंह ,अर्जुन मीणा,राकेश आशीष शर्मा ,दशरथ ,पर्वत ,रविंद्र सेन, वीर नारायण जोशी, संजय मीना, हमीद पठान ,निर्मल अहिरवार मोनू शर्मा,जितेंद्र शर्मा,वीरेंद्र यादव आदि कि सराहनीय भूमिका रही।।
इनका कहना है 
मानसून गश्ती का कार्य लगातार जारी है, पिछले 15 दिवस में लगातार एक के बाद एक वन भूमि पर जुताई के मामलों में चार ट्रैक्टर पिलाऊ बोनी मशीन पंजा सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।वन माफियाओं के खिलाफ इसी तरह की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।
मुकेश कैन रेंजर उत्तर वन परिक्षेत्र
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