छीपाबड़ौद की सड़कों का हाल बेहाल आखिरकार कौन और कब लेगा इनकी सूध

छीपाबड़ौद की सड़कों का हाल बेहाल आखिरकार कौन और कब लेगा इनकी सूध

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रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारा छिपाबड़ोद कस्बा समेत क्षेत्र में सड़कों का हाल इन दिनों हो रहा है बेहाल जी हां आपको बता दे की छीपाबड़ौद की सड़कों पर अगर आप चल रहे हैं तो चलना जरा संभल कर क्योंकि छीपाबड़ौद उपखंड मुख्यालय से हर किसी क्षेत्र मार्ग में जाने वाली डामरीकरण सड़क पर चलना मौत के मंजर से कम नहीं है 
 मोतीपुरा कलां क्षेत्र बंजारी में कीचड़ भरे रास्ते में छोटे छोटे बच्चो का आना दुर्गम हो रहा है
बच्चो को विद्यालय आने में बहुत परेशानी का सामना करना पड रहा है।ग्राम पंचायत बंजारी सरपंच को भी विद्यालय स्टाफ द्वारा अवगत करा दिया गया है
लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।पंचायत समिति छिपाबरोद प्रधान को भी अवगत करा दिया गया है लेकिन बजट का अभाव बताया गया है।लोगों ने बताया कि कस्बे की अनाज मंडी से लेकर पेट्रोल पंप तक हो रहे गहरे गड्ढों मैं आए दिन हर घंटे में सड़क से फिसलने की घटनाएं आम बात हो रही है।जिसको लेकर जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभागीय अधिकारियों को इसकी सूचना रहती है। उसके बाद भी इस ओर कोई किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जाता है।ओर इसको लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है जी हां हम आपको बता दे की छबड़ा छीपाबड़ौद विधानसभा क्षेत्र से लगातार भारतीय जनता पार्टी का यहां पर कब्जा रहा है।बीच मे एक बार पांच सालों के लिए कांग्रेस के खाते मैं सीट चली गई थी उसके बाद भी यहाँ का विकास जस का छस है।और क्षेत्र की सड़कोँ की हालत बिगड़ती हुई जा रही हैं लेकिन इसको लेकर हमारे विधायक जी का प्रयास निरंतर जारी है। कस्बे में अनाज मंडी से इकलेरा रोड पेट्रोल पंप तक कि सड़क दोनों और साइड से पूर्ण रूप से खुद चुकी है और साइडों पर बड़े-बड़े गड्ढे भी बने हुए जिन में बरसात का पानी भर जाने से दुपहिया एवं चौपहिया वाहन चालकों समेत अन्य राहगीरों को साइड लेने के दौरान यह पता नहीं चलता है कि यह रोड के नीचे पानी भरा हुआ है उसमें कितना गहरा गड्ढा है और कहीं ना कहीं यह मौत का कारण नहीं बन जाए साथ ही दोनों और साइडों पर जो उगी कंठिली झाड़ियां उनका भी लगातार खतरा बना हुआ है जबकि सड़क बनाने में कई प्रकार के रोडे अटकते हैं मंजूरी लेना पड़ता है और भी कई समस्याएं सामने आती है लेकिन झाड़ियां को कटवाने में कोई किसी प्रकार की अडचने नहीं आती है उसके बावजूद भी रोड के दोनों और साइडों पर उगी झाड़ियों को भी आखिरकार क्यों नहीं कटवाया जाता है सार्वजनिक निर्माण विभाग का इस और कोई भी ध्यान नहीं है।जबकि छीपाबड़ौद कस्बे से इस ओर इकलेरा मार्ग पर हजारों वाहनों का आवागमन लगा रहता इतना ही नहीं यह सडक आगे जाकर दो जिलों को जोड़ने के साथ साथ राजस्थान ओर मध्यप्रदेश की सीमाओं को भी जोड़ती है लेकिन ऐसे हालातों में इस सडक से होकर गुजरना बहुत ही खतरनाक साबित होता जा रहा है।ऐसे में ज्यादा दूरी तय कर राहगीरों द्वारा अपना रास्ता खुद दूसरी ओर मोड़ रहे हैं।लेकिन सवाल यह उठता है की सुबह सुबह रोजमर्रा की तरह शिक्षकों ओर छात्र छात्राओं समेत अन्य कई लोगों का आवागमन भी इसी ओर होकर लगा रहता है।साथ ही इस सडक से सैकड़ों अधिकारियों का बडे से बडे जनप्रतिनिधियों का भी आना जाना लगा रहता है।
error: कॉपी नहीं होगा भाई खबर लिखना सिख ले