बलरामपुर में पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पत्रकारों ने राष्ट्रपति को संबोधित जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन
पत्रकार जिसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। जो जमीनी स्तर पर जाकर शोषित व पीड़ितों का आवाज उठाता है। जनता को तमाम सूचनाओं के माध्यम से शिक्षित करने का काम करता है। लेकिन, आवाज उठाने वाला पत्रकार ही पीड़ित हो जाए तो बाकी लोगों का क्या होगा। ऐसा ही मामला बलरामपुर जनपद में सामने आया है। जहां करीब 5 दिन पूर्व एक पत्रकार अमित कुमार के साथ न्यायालय सुरक्षा में तैनात एक निरीक्षक के द्वारा बदसलूकी गई थी, जिसको लेकर पत्रकार साथी लामबंद हुए और सैकड़ो पत्रकार जिला मुख्यालय पहुंचकर नगर के मुख्य चौराहे वीर विनय चौक पर एकत्र होकर अमर शहीद विनय कायथा के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए, उनको नमन किया। इसके पश्चात कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपने पांच सूत्रीय समस्याओं को लेकर डीएम को ज्ञापन दिया।
इस दौरान सबसे प्रमुख मांग पत्रकारों की यह रही कि न्यायालय सुरक्षा में तैनात जिस निरीक्षक के द्वारा पत्रकार साथी अमित कुमार के साथ बदसलूकी की गई है। उसके ऊपर त्वरित कार्यवाई की जाए। जिले भर के पत्रकार साथियों ने पांच सूत्रीय मांगों में प्रमुख मांग जैसे की जिले में प्रेस क्लब का निर्माण हो। पत्रकारों के साथ हो रही उपेक्षा को बंद किया जाए। बलरामपुर समेत संपूर्ण उत्तर प्रदेश में पत्रकारों के साथ जो फर्जी उत्पीड़न किया जा रहा है। फर्जी मुकदमे में फंसाया जा रहा है। वह पूरी तरह से बंद किया जाए। इन सभी मांगों को लेकर पत्रकारों ने शांतिपूर्वक जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया, जिसके तत्पश्चात जिलाधिकारी ने ज्ञापन का संज्ञान लेकर कार्य करने की बात कही। वहीं इसी उत्पीड़न को लेकर पत्रकार साथियों ने पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की जहां उन्होंने जल्द से जल्द जांच करवा कर दोषी निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही है।