पुराने रोड को तोड़कर उसका मलबा उसी मे डालकर रोड को चौडा कर रहे है।

पुराने रोड को तोड़कर उसका मलबा उसी मे डालकर रोड को चौडा कर रहे है।

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बलरामपुर तुलसीपुर विकास खंड अन्तर्गत 
सेमरी खैरहनिया रोड पर छह करोड की लागत से छह किलोमीटर चल रहा पीएम सड़क निर्माण कार्य जिसमे पुराने रोड को तोड़कर उसका मलबा उसी मे डालकर रोड को चौडा कर रहे है।जिससे दोनो किनारे बराबर गिट्टी नही पड रहा है,और ऊपर से सीमेंट मिश्रित केमिकल से रोड को एफडीआर कर रोड तैयार हो रहा है।जिससे कई जगह रोड किनारे बारिश से रोड दलदल हो गया है। 
क्षेत्रीय लोगो ने जिलाधिकारी को लिखित शिकायत भेज कर ठेकेदार तथा कार्यदाई संस्था की लापरवाही बताया है।गंजडी गांव के पास पुलिया निर्माण कार्य चल रहा है जिसमे पुराना पुलिया डबल कालम मे बना था।उस पुलिया को आधी रात मे सिंगल कालम मे बनाकर होम पाइप डाल कर ऊपर से मिट्टी डाल कर आवागमन चालू कर दिया।अचानक बरसात शुरु हो जाने से पुलिया के ऊपर दलदल जैसी स्थिति बन गई हैं।और वाहन चालक फंस रहें हैं।आलम यह हैं कि सड़क कीचड़ और दलदल में तब्दील हो गई हैं।मुड़ते ही छोटे बड़े वाहन फंस रहें हैं जबकि यह दो जिलें को जोडऩे वाला मार्ग है।ग्रामीण राम खेलावन,चेतराम,नंदलाल,गजराज,
रामजियावन,रामनरेश,कृष्ण मोहन,
रामदास,ने बताया कि इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों की संख्या में दिन रात वाहनों का आनाजाना लगा रहता हैं।सड़क की हालत इतनी बद्तर हो गई हैं कि वाहनों के पहिए कीचड़ में धंस जातें हैं। लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा हैं।ऐसी स्थिति में क्षेत्रवासियों के मन में ठेकेदार की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी देखी जा रही हैं।ग्रामीणों ने ठेकेदार पर मनमानी का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से आग्रह किया हैं कि पुलिया तथा सड़क ठंग से बनाई जाए। 
ग्रामीण धर्मेंद्र कुमार, पारसराम, मुकेश कुमार, राज कुमार, राम कुमार, संतोष कुमार, उमेश कुमार, सुनील कुमार ने बताया कि जब इस मार्ग के पक्कीकरण के लिए एफडीआर ठेकेदार के द्वारा काम प्रारंभ किया गया था तो क्षेत्र के लोगों के मन में काफी खुशी थी क्योंकि क्षेत्रवासियों की यह बहुप्रतीक्षित मांग थी जो अब पूरी होने जा रही हैं।लोग इस बात से खुश थे कि अब बरसात के दिनों में कीचड़ दलदल से छुटकारा मिल जाएगा। चार माह आवागमन में आसानी होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ बल्कि उसके विपरीत स्थिति बनी हुई हैं। यदि ठेकेदार पहले ही ध्यान दिया होता तो अबतक यह मार्ग बरसात प्रारंभ होने से पहले ही यह मार्ग बनकर तैयार हो जाता। गिट्टी के भरोसे सड़क सुरक्षित नहीं रह सकती क्योंकि इस मार्ग में ओवरलोड वाहन चलतें हैं। यहां की मिट्टी चिकनी होकर दलदल जैसी बन गई हैं। इससे वाहन चालकों को खासी दिक्कत हो रही हैं। चार पहिए के छोटे वाहन यहां कीचड़ में फंस रहें हैं तो दोपहिया वाहन चालक कीचड़ में फिसल कर गिर जाते हैं।निर्माण के लिए सड़क को खोद दिया गया हैं ।आवागमन को चालू रखने के लिए रोलर से दबा कर छोड देते है।वाहन चालकों की मानें तो सबसे ज्यादा दिक्कत इस रोड पर हो रही हैं।
एक ओर पुलिया निर्माण के लिए खोदा गया गड्डा हैं तो दूसरे ओर खेत का किनारा। यहां से वाहन निकालने में यदि जरा भी चूक हुई तो बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।गंजडी गांव से खैरहनिया तक चालकों के पसीने छूट रहें हैं आए दिन वाहनों के लिए सड़क दुर्घटना की आशंका बनी रहती हैं। कई बार वाहन चालक थोड़ी सी भी चूक होने पर दुर्घटनाग्रस्त होकर घायल भी हो जातें हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार मौन धारण किए हैं। वर्तमान में जो सड़क की हालत हैं उसे देखकर ऐसा लगता हैं जैसे ठेकेदार इस सड़क को बनाना भूल गया है।बरसात के बाद से जो सड़क का जो हाल बना हैं उसे देखकर लोगों के मन में ऐसे सवालों का आना वाजिब हैं क्योंकि यह एक ऐसा मार्ग हैं जो शिवपुरा ब्लाक मुख्यालय को जोड़ा है।इस संबंध मे अवर अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि ठेकेदार से बात कर सही कार्य कराया जाएगा
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